यूपी बोर्ड का एकेडमिक कैलेंडर जारी, नए प्रारुप में होगी 9वीं व 10वीं की परीक्षा, अब ओएमआर शीट भी
ऐसा पहली बार होगा जब यूपी बोर्ड ने एक सत्र में 5 मासिक परीक्षाओं के आयोजन करने जा रहा है। अहम बात यह कि इनमें से 3 पेपर एमसीक्यू यानी बहुविकल्पीय प्रश्न पर आधारित होंगे वही 2 डिस्क्रिप्टिव बेस्ड मॉडल पर आधारित होंगे। सभी कक्षाओं में शैक्षणिक सत्र 2022-23 का पाठ्यक्रम 20 जनवरी, 2023 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
उत्तर प्रदेश सरकार की माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने सत्र का कैलेंडर जारी करते हुए बताया कि ऐसा पहली बार होगा जब यूपी बोर्ड ने एक सत्र में 5 मासिक परीक्षाओं के आयोजन करने जा रहा है। अहम बात यह कि इनमें से 3 पेपर एमसीक्यू यानी बहुविकल्पीय प्रश्न पर आधारित होंगे वही 2 डिस्क्रिप्टिव बेस्ड मॉडल पर आधारित होंगे। बालिकाओं की सुरक्षा और सम्मान के उद्देश्य से प्रत्येक विद्यालय में शक्ति मंच का गठन किया जाएगा और यूनिवर्सिटी रेडी कार्यक्रम के अन्तर्गत अध्ययन हेतु छात्रों को भविष्य की सम्भावनाओं से परिचित कराने और प्रवेश परीक्षा की तैयारियों के लिए विशेष सत्रों का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा स्कूलों में ड्रॉप आउट दर को सुधारने के लिए जल्द भी विभाग स्कूल चलो अभियान की शुरुआत करेगा। साथ ही सभी स्कूलों को खुद की वेबसाइट व सभी रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स के ईमेल आईडी बनाने के भी निर्देश दिए है। कैलेंडर में बोर्ड एग्जाम समेत सभी मासिक परीक्षाओं का शेड्यूल टाइमिंग व रिजल्ट जारी करने का भी शेड्यूल दिया गया। हाई स्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा मार्च 2023 में करवाई जाएगी।
माध्यमिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि सभी कक्षाओं में शैक्षणिक सत्र 2022-23 का पाठ्यक्रम 20 जनवरी, 2023 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। कक्षा-10 और 12 की प्री-बोर्ड प्रयोगात्मक परीक्षाएं जनवरी, 2023 के तृतीय सप्ताह में आयोजित की जाएंगी। इसी प्रकार कक्षा-10 और 12 की प्री-बोर्ड की लिखित परीक्षाएं 01 से 15 फरवरी, 2023 तक आयोजित की जाएंगी। इसी तरह कक्षा-9 और 11 की वार्षिक परीक्षाओं और कक्षा-10 और 12 की प्री-बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन और उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन और कक्षा-9 और 11 की वार्षिक परीक्षाओं के अंक वेबसाइट पर अपलोड करने का कार्य 16 से 28 फरवरी, 2023 तक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बोर्ड की प्रयोगात्मक परीक्षाएं 16 से 28 फरवरी, 2023 तक तथा बोर्ड परीक्षा मार्च, 2023 में आयोजित की जाएंगी।
मंत्री गुलाब देवी ने बताया कि इस सत्र में ‘हैण्ड्स आँन एक्टीविटीज’ व एक्सपीरिएन्शयल लर्निंग विधा को गणित व विज्ञान विषय में लागू किये जाने के लिए सप्ताह में दो वादन यानी पीरियड निर्धारित किया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। इसके अलावा स्टूडेंट्स को लाइब्रेरी के समुचित उपयोग के लिए एक वादन निर्धारित किया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। साथ ही पाठ्य पुस्तकें दीक्षा पोर्टल पर ई-बुक्स के रूप में, माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर लिंक के रूप में उपलब्ध रहेंगी। जहां से पुस्तकों को स्टूडेंट्स द्वारा डाउनलोड की जा सकेंगी। इसके अतिरिक्त अन्य शिक्षण सामग्री दीक्षा पोर्टल व यूट्यूब पर लिंक के माध्यम से वेबसाइट पर उपलब्ध रहेंगी। इसके अलावा शिक्षक पढ़ाई के साथ ही प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट कार्य को सम्पन्न कराएंगे। दीक्षा पोर्टल यूट्यूब-वाट्सएप व अन्य पोर्टलों पर अध्ययन सामग्रियों के लिंक के माध्यम से स्टूडेंट्स को उपलब्ध रहेगा।
उन्होंने बताया कि ICT व डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला विद्यालय निरीक्षक विभिन्न विषयों पर वेबिनार व गूगलमीट या व्हाट्सएप के माध्यम से प्रधानाचार्यों को प्रशिक्षित करेंगे। इसके अलावा स्टूडेंट्स के इंटरेस्ट व क्षमताओं को प्रोत्साहन प्रदान करने के उद्देश्य से विद्यालय बन्द होने के बाद समर कैम्प-समर क्लासेज चलाई जाएगी। इसके साथ ही महीने में एक दिन स्टूडेंट्स से समाज उपयोगी उत्पादक कार्य कराया जायेगा। आजादी के अमृत महोत्सव, विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस, उत्त्तर प्रदेश दिवस, बाल दिवस, विश्व महिला दिवस व विश्व योग दिवस के उपलक्ष्य में स्कूलों में आयोजन किया जाएगा। मई तक ही सभी स्कूल अपनी वेबसाइट व रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स की ई-मेल आईडी मई तक बनवाना तय करेंगे।